नीतीश कुमार के पार्टी JDU के अंदर जारी बवाल से परेशान, लोकसभा चुनाव से पहले बिखराव के 'चक्रव्यूह' में उलझी पार्टी
पलटी मार राजनीति
बिहार में हाल में सत्ता बदल का जो खेल हुआ है, वह तो सिर्फ ट्रेलर था। अब असली खेल तो अभी बाकी है। नीतीश कुमार ने महागठबंधन से अलग होकर एनडीए के साथ सरकार बना ली। येन केन प्रकारेण विश्वासमत भी हासिल कर लिया। अगर वे चाहेंगे तो सरकार कार्यकाल भी पूरा कर लेगी। पर, नीतीश के सामने सरकार बचाने से बड़ी चुनौती अभी इंतजार कर रही है। वे भी इस बात को जरूर समझते होंगे। जेडीयू के कई विधायक सांसदी का चुनाव लड़ना चाहते हैं। उनके बोल-वचन अपनी ही पार्टी या सरकार के बारे में जैसे निकल रहे हैं, उसे साफ शब्दों में बगावती तेवर कहा जा सकता है।
जेडीयू विधायक संजीव के टेढ़े बोल
जेडीयू के विधायक हैं डा. संजीव कुमार। नीतीश कुमार से उनकी नाराजगी है या नहीं, यह तो वे ही जानें, लेकिन उनके अंदाज से तो यही लगता है कि वे पार्टी नेतृत्व से खार खाए हुए हैं। विश्वासमत के दौरान संजीव को लेकर खूब ढोल बजा। कहा गया कि वे आरजेडी के इशारे पर नीतीश को पटखनी देने वाली जमात में शामिल हो गए थे। जेडीयू के दो विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप उन पर लगा है। संजीव कुमार के खिलाफ दर्ज मामले की जांच ईओयू को सौंप दिया गया है। हालांकि तमाम शिकवा शिकायत के बावजूद वे विश्वासमत में शामिल हुए। नीतीश का साथ भी दिया। विधायकों की खरीद-फरोख्त का केस करने वाले जेडीयू विधायक सुधांशु शेखर से तो उनकी नाराजगी की सीमा नहीं है। वे कहते हैं कि शेखर तो अनुकंपा पर विधायक बने हैं। ऐसे चिंटू-पिंटू को तो मुझे लाइन पर लाने के लिए किसी की जरूरत ही नहीं है। उन्हें मोहरा बनाया गया। और लोग भी इसमें शामिल हैं। सभी पर मानहानि का मुकदमा दर्ज कराएंगे। इसकी प्रक्रिया चल रही है। जिसने भी ऐसा करवाया, उस पर भी कार्रवाई करेंगे। सुधांशु शेखर दूध पीते बच्चे नहीं हैं, जो किसी के कहने पर केस दर्ज करा दिया। पता चल गया है कि किसके कहने पर उन्होंने केस किया। हॉर्स ट्रेडिंग हुआ तो किधर से हुआ और किसने किया, इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए। बहरहाल, डॉ. संजीव के बारे में कहा जा रहा है कि वे नवादा से लोकसभा का चुनाव लड़ना चाहते हैं। जेडीयू कोटे की यह सीट नहीं है, जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में आरजेडी उम्मीदवार विभा देवी यहां दूसरे नंबर पर थीं। आरजेडी से संजीव को टिकट मिलने की गारंटी मिलने की चर्चा है।
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